दो साल पहले जब अन्ना के नेतृत्व में जन लोकपाल आन्दोलन शुरू हुआ था तो पूरे देश में न सही, कम से कम शहरी निम्न-माध्यम वर्ग और पढ़े लिखे युवाओं के मन में उम्मीद की किरण जगी थी. जो आम आदमी सिस्टम में बदलाव की सारी उम्मीदें छोड़ चुका था उसे एक पल को यह… Continue Reading …
अन्ना आंदोलन के मायने
अन्ना के जनलोकपाल आंदोलन का मैं शुरू से ही गंभीर समर्थक रहा हूँ. पर अंध समर्थक नहीं. इस मुद्दे के कई पहलुओं पर गंभीरता से सोचता रहा हूँ. लोगों को सुनता रहा हूँ. आन्दोलन के कट्टर आलोचकों को भी और लालू और मनीष तिवारी जैसों को भी. इस पूरे आंदोलन से यह उम्मीद तो मुझे… Continue Reading …